January 1, 2022
मानव मष्तिष्क सहज ही कल्पनाओ के माया जाल में उलझ जाता है। सुलझे अनसुलझे सवालों में घिरा रहता है। बहुत से उदाहरण भरे पड़े हैं जहाँ ब्यक्ति अपने चाहत की चादर को इस तरह अपने इर्दगिर्द लपेट लेता है, जिस Read more…
January 1, 2022
मानव मष्तिष्क सहज ही कल्पनाओ के माया जाल में उलझ जाता है। सुलझे अनसुलझे सवालों में घिरा रहता है। बहुत से उदाहरण भरे पड़े हैं जहाँ ब्यक्ति अपने चाहत की चादर को इस तरह अपने इर्दगिर्द लपेट लेता है, जिस Read more…
April 22, 2021
समस्याएँ आती हैं , यह जीवन का अभिन्न भाग हैं। कार्य करने की कल्पना से ही समस्याओं का भी आना निश्चित हैं,क्योंकि ऐसा कोई भी कार्य या उपक्रम नहीं हैं जिसको संपन्न करने में कोई न कोई समस्या का सामना Read more…
April 12, 2021
करोना महामारी का पुनः नए रूप में आना कष्टकारी हैं समय और साधन के परिदृश्य में हमें बार बार विचार करने की आवश्यकता हैं , हम क्या कर रहे हैं और कैसे कर रहें हैं। चैत्र नवरात्रि की तैयारी करते Read more…
April 1, 2021
नारी सशक्तिकरण के दौड़ में भी महिलाएँ शोषित हो रहीं हैं। जब भी समाचारपत्र या टेलीविजन पर समाचारों में महिलाओ बच्चियों के साथ निंदनीय ब्यवहार की खबर छपती हैं ,तब किसी का भी ह्रदय दुःख से भर Read more…
January 5, 2021
संभावनाऐ अनंत हैं हर क्षेत्र मेँ हर ब्यक्ति के अन्दर का आत्मबल उसके साथ दौड़ लगाने का पुरा दमखम रखता हैं। लेकिन ब्यक्ति अपनी बुद्धि को किन्तु परन्तु में लगा कर उस क्षण को नज़रअंदाज़ कर देता है। हर Read more…
December 25, 2020
अगहन मास की शुक्ल पक्ष की एकादसी तिथि मोक्षदा एकादसी कहलाती हैं। मान्यता है की द्वापर युग में इसी दिन कुरुक्षेत्र में भगवान् श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था। यह दिन गीता जयंती के रूप में मनाई जाती Read more…