May 24, 2022
मनुष्य जीवन अनमोल हैं। प्रकीर्ति हमें स्वीकार्य और अस्वीकार्य कर्मो के अनुशासन में बांध रखा हैं। इन्हीं नियमों के तहत जीवन की गति चलती हैं। भगवतगीता हमें हमारे कर्मो को बहुत ही स्पष्ट रूप से समझाया हैं. कर्म और Read more…
May 24, 2022
मनुष्य जीवन अनमोल हैं। प्रकीर्ति हमें स्वीकार्य और अस्वीकार्य कर्मो के अनुशासन में बांध रखा हैं। इन्हीं नियमों के तहत जीवन की गति चलती हैं। भगवतगीता हमें हमारे कर्मो को बहुत ही स्पष्ट रूप से समझाया हैं. कर्म और Read more…
October 2, 2021
महात्मा गाँधी जन्मजात महात्मा नहीं थे। उन्होंने एक चीज को समझा था ,वह अपने अंदर की संकल्प शक्ति को जिसका उन्होंने आश्रय किया। सबको पता हैं, की जो वह कर पाए ,जो कोई एक आदमी करने की सोच भी Read more…
January 5, 2021
संभावनाऐ अनंत हैं हर क्षेत्र मेँ हर ब्यक्ति के अन्दर का आत्मबल उसके साथ दौड़ लगाने का पुरा दमखम रखता हैं। लेकिन ब्यक्ति अपनी बुद्धि को किन्तु परन्तु में लगा कर उस क्षण को नज़रअंदाज़ कर देता है। हर Read more…
December 25, 2020
अगहन मास की शुक्ल पक्ष की एकादसी तिथि मोक्षदा एकादसी कहलाती हैं। मान्यता है की द्वापर युग में इसी दिन कुरुक्षेत्र में भगवान् श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था। यह दिन गीता जयंती के रूप में मनाई जाती Read more…
October 26, 2020
भिखारी को भीख देना हम अपना कर्त्वय समझते हैं। चलो कुछ रूपए दे कर हम उसका उपकार कर देते हैं। ऐसी ही सोच हमारे अंदर होती हैं। कुछ ज्यादा विचार करने पर यही आता हैं , हट्टा -कट्टा हैं Read more…
October 18, 2020
या देवी सर्वभूतेषु ,मातृरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तयै नमो नमः।। ‘‘माँ , जगदम्बा , हे पराम्बा आपको मेरा नमस्कार हैं , करबद्ध हो कर हम आपसे विनती कर रहे हैं , माँ आपके शरण में हैं। हे Read more…
October 10, 2020
आज के सन्दर्भ में बात करे तो कोविद-19 का आगमन विश्व सहित देश में इसका फैलाव गंभीर समस्या हैं। पूरा विश्व समाधान की फिक्र में हैं। लॉकडाउन (lockdown) की घोषणा के बाद जो मौहौल बना, काफी दर्दनाक था। आवाजाही Read more…
October 4, 2020
हमारा मन कई परिस्थिति में प्रभावित हो सकता हैं। जब किसी नुकसान का भय हो, तो हमारा मन परेशान होता है साथ ही जब किसी जोखिम की जानकारी हो, तो भी हम परेशान होने लगते हैं। सावधानी शब्द यथार्थ Read more…