कुछ पल अपने लिए
September 20, 2020
जिंदगी हारने की चीज नहीं ,
क्यों हारने की सोचते हो ,
जो गम पचा न सके ,
वह गम तुम्हारा नहीं है ,
दूसरे की बोझ ढो रहे हो ,
क्यों हारने की सोचते हो ,
तुम्हारे अरमान अपेक्षा आकांक्षा
दुसरो को पता नहीं ,
अपनी झोली को क्यों खाली करते हो ,
क्यों हारने की सोचते हो ,
बन परे अगर ,कारवाँ दिखने पर
मुस्कुरा कर अहसास करा दो ,
किसी ने जिम्मा नहीं ले रखा हैं ,
जिंदगी हँसाने और रुलाने का ,
क्यों हारने की सोचते हो।,
जन्म से मृत्यु पर्यन्त ,
सफर का बडा हिस्सा ,
दुसरो ने तय किया ,
कुछ पल अपने लिए ,
अपने ” मैं ” दो ,
ये अपना हैं ,
जिगरी हैं ,
संभाल लेगा ,
क्यों हारने की सोचते हो.